Saturday, March 21, 2009

मेरी प्यारी कलम

मेरी प्यारी कलम
सबसे न्यारी कलम
सीना ताने चले
जीते परी कलम soch
सोच सोच कर रखे
लिकना जारी कलम
लीक छोड़ कर चले
हसती गाती कलम
रचे नया इतिहास
अतुलित भारी कलम
[नागपुर: २६.०२.०९]

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