मेरा भैया राजदुलारा
सबकी आंखों का तारा
मुझको रोज़ पढाता
मेरा जी बहलाता
भूख लगे जब मुझको
बिस्कुट दूध पिलाता
सब भैय्यों से न्यारा
सबकी आंखों का तारा
जब भी मेला आता
साथ मुझे ले जाता
खेल ख्जिलोना टॉफी
चाकलेट दिलबाता
मेरे मन का उजियारा
सबकी आखों का तारा
[भरूच:२०.०६.०८]
sb
Thursday, October 15, 2009
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment