Sunday, October 18, 2009

लोरी

घर आँगन किलकारी से
दिनभर खेलाकूदा
हँसनेरोने के बल पर
गोदी गोदी झूली
रात हुई अबसो जा सो जा
अरी लाड़ली सो जा सो जा
बिल्ली कुत्ता तोता भी
तेरी तरह न रोये हैं
गहरी निदिया आँचल में
आँख मींचकर सोये हैं
कल ले लेना जिसको खोजा
राजकुमारी सोजा सोजा
होम वर्क पढ़ना लिखना
चैन न लेने देंगे
दुनियादारी के सपने
उलझन में रख देंगे
अभी समय है सो जा सोजा
[भरूच :३०.१०.०९]

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