प्यारी प्यारी गोदी
सुख सपनों की झोरी
माँ ने गोद उठाया
झटपट दूध पिलाया
गा गा गीत सुनाया
निदिया भोली भाली
आई चोरी चोरी
मचल पडी जब बहना
आंसू जैसे झरना
माँ की गोदी करुणा
मति की माँ अति भोरी
गाई मीठी लोरी
गोदी सुख बरसाए
सपने दौडे आए
मीठे गीत सुनाये
गोदी रेशम डोरी
बांधे छोरा छोरा
[भरूच:१४.०६.०८]
Thursday, October 15, 2009
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