Thursday, October 15, 2009

मेरा घोड़ा

लकड़ी का है मेरा घोड़ा
उसे न खाना कोड़ा
जैसे ही मैं ऐड लगाता
अद्भुत खूब कमाल दिखाता
मुझको सचमुच में भाता
दुनिया भर की सैर कराता
खाता है ना दाना पानी
रुके देख घर नाना नानी
भोपाल:१२.०८.०८]

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